पपीता एक सर्व सुलभ सस्ता और अत्यंत गुणकारी फल है। पपीते का लैटिन नाम केरिका पापाया है। पपीते के पेप्सिन नामक पाचक तत्व का एक मात्र पाचक स्त्रौत है। पपीते के दूध को पपेन कहते है। पपीता एक ऐसा फल है जो कच्चा और पका दोनों ही रूप में खाया जाता है । पपीता विटामिन A, B और C का बड़ा अछा स्त्रौत है । पपीता ब्राज़ील नाइजीरिया भारत और इंडोनेशिया में पाया जाता है ।
पपीते के गुण एवं उपयोग :
कच्चे पपीते के दूध का उपयोग कैंसर डिप्थेरिआ अल्सर एवं चरम रोग आदि की दवाइयों के निर्माण में किया जाता है ।
पपीते के गुण एवं उपयोग :
कच्चे पपीते के दूध का उपयोग कैंसर डिप्थेरिआ अल्सर एवं चरम रोग आदि की दवाइयों के निर्माण में किया जाता है ।
- पपीते का पपेन तत्व पाण्डु रोग तथा लिवर वृद्धि रोग रोकने में उपयोगी सिद्ध हुआ है ।
- कब्ज , अर्जीण, पथरी, एवं भूक ना लगने जैसी परेशानियों हो तो पपीता रोज खाए।
- पपीता खाने से धातु संबंधी विकार एवं वीर्य की कमी दूर होती है ।
- गर्भवती महिलाओ के लिए पपीता खाना वर्जित है।
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