(11) माँ भद्रकाली देवीकूप मंदिर
- शक्तिपीठ (थानेसर/कुरूक्षेत्र,
हरियाणा)
काली माता / भद्रकाली शक्तिपीठ
जहां माता सती के दाएं टखने में इस मंदिर के सामने एक कुंए में यहां गिर गया था ।
प्राचीन शक्ति पीठ भद्रकाली देवी काली के आठ रूपों में से एक है ।
कुरूक्षेत्र का शक्तिपीठ जहां
श्रीकृष्ण का मुंडन हुआ था । हरियाणा का एक मात्र शक्तिपीठ कुरूक्षेत्र में है ।
यह शक्तिपीठ देवी कूप शक्तिपीठ के नाम से जाना जाता है । यँहा देवी सती का दायां
टखना गिरा था । भद्रकाली माता के मंदिर में प्रवेश का मुख्य द्वार आसमान से बातें
करता मंदिर का ऊंचा गुंबद जहां देवी का विजय पताका लहरा रहा है ।
भक्त दूर से ही
इसके गुंबद को देखकर जयकारा लगाने लगते हैं । माता के मंदिर में भक्त बनकर कोई
बदमाश नहीं आ जाए इसलिए पुलिसकर्मी लगे रहते हैं । सुरक्षा जांच में । नवरात्र के
मौके पर सुरक्षा का विशेष प्रबंध किया जाता है । देवी कूप भद्रकाली माता के मंदिर
का भव्य प्रांगण भक्त माता के दर्शनों के लिए पंक्ति में खड़े हैं , माता कब मिलेगा
तेरा दिव्य दर्शन ।
नवरात्र के अवसर पर माता के मंदिर को फूलों से सजाया गया है ।
जिससे मंदिर की शोभा देखकर भक्त आंनद में झूमने लगते हैं । भगवान श्री कृष्ण का
मुंडन यहां पर हुआ था । श्री कृष्ण ने माता को घोड़ा भेंट किया था । उस दिन से
मनोकामना पूरी करने के लिए माता को घोड़ा भेंट किया जाता है ।
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