(9) चिंतापूर्णी शक्तिपीठ - हिमाचल
प्रदेश
चिंतापूर्णी श्क्तिपीठ की स्थापना
पंडित माई दास ने की थी । यहां सती देवी के पैर गिर गया था । यह मंदिर
चिन्नामस्तिका देवी के रूप में जाना जाता है । यहां भक्तगण उनके सांसारिक चिंताओं
से मुक्ति के लिए आर्शिवाद लेने आते हैं ।
भक्त आमतौर पर देवी को प्रसाद चढ़ाने के
लिए मिठाई जैसे सूजी का हलवा, लडडू , बर्फी, खीर, मीठे चावल,पतासे, नारियल और अन्य
फल साथ ही लाल रंग का झंडा, चुन्नी, ध्वजा, फूल और घी लाते हैं । मंदिर के मध्य
मंे गर्भगृह है जहां चिंतापूर्णी देवी की छवि एक पिंडी (एक गोल पत्थर) के रूप में
यहां स्थापित है । यहां देवी के दर्शन, प्रार्थना एवं प्रसाद के लिए कतार बनाकर
आते हैं ।
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