नीबू सेे स्वास्थ्य
लाभ
.
नीबू स्फूर्तिदाय एवं रोग निवारक फल है जो की विटामिन सी से
भरपूर होता है । इसका रंग पीला या हरा तथा स्वाद खटटा होता है । इसके रस में 5
प्रतिशत साइट्रिक अम्ल होता है तथा इसका पीएच 2 से 3 तक होता है साधारणतः नीबू के
पौधे आकार में छोटे ही होते हैं पर कुछ प्रजातियाँ 6 मीटर तक लम्बी उग सकती हैं । नीबू भारत, उत्तरी म्यांमार एवं चीन
में पाया जाता है । नीबू मंे ए, बी और सी विटामिनों की भरपूर मात्रा होती है ।
इसमें पोटेशियम, लोहा, सोडियम, मैगनेशियम, ताबां, फास्फोरस और क्लोरीन तत्व तो हैं
ही प्रोटीन, वसा और कार्बोंहाइडेटस भी पर्याप्त मात्रा में हैं । विटामिन सी से
भरपूर नीबू शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही एंटी आॅक्सीडेंट का काम
भी करता है और कोलेस्ट्राल भी कम करता है । नीबू में मौजूद विटामिन सी और पोटेशियम
घुलनशील होते हैं जिसके कारण ज्यादा सेवन ही नुकसानदायक नहीं होता । रक्ताल्पता से
पीड़ित मरीजों को भी नीबू रस के सेवन से फायदा होता है । नीबू का सेवन करने वाले
लोग जुकाम से भी दूर रहते हैं । एक नीबू दिन भर की विटामिन सी की जरूरत पूरी कर
देता है । दिन भर तरोताजा रहने और स्फूर्ति बनाए रखने के लिए एक गिलास गुनगुन पानी
में एक नीबू का रस व एक चम्मच शहद मिलाकर पीना चािहए । गर्मी के मौसम में हैजे से
बचने के लए नीबू का प्याज व पुदीने के साथ मिलाकर सेवन करना चाहिए । लू से बचाव के
लिए नीबू को काले नमक वाले पानी में मिलाकर पीने से दोपहर में बाहर रहने पर भी लू
नहीं लगती है । नीबू में विटामिन ए , सेलेनियम और जिंक भी होता है । विश्व में
सबसे अधिक नीबू का उत्पादन भारत में होता है
जो कि विश्व के कुल नीबू उत्पादन का 16 प्रतिशत भाग है मैक्सिको,
अर्जन्टीना, ब्राजील एवं स्पेन अन्य मुख्य उत्पादक देश है । नीबू की प्रमुख
किस्मों में कागजी नीबू, प्रमालिनी, विक्रम, चक्रधर, पी के एम-1, और साई शर्बती ।
इनमें से कागजी नीबू सर्वाधिक महत्वपूर्ण किस्म है । पुराने समय से ही नीबू एक
गर्भ निरोधक के रूप में इस्तेमाल होता रहा है पर आधुनिक युग में इसके इस गुण की ओर
लोगों ने ध्यान कम ही दिया है आॅस्ट्रेलिया के कुछ वैज्ञानिकों ने अपने एक शोध के
दौरान पाया है कि नीबू का रस मानव शुक्राणु को मारने में सक्षम है, साथ ही यह एच
आई वी विषाणु को भी मार देता है । नीबू का उपयोगिता जीवन में बहुत अधिक है । इसका
प्रयोग अधिकता से भोज्य पदार्थों में किया जाता है । इससे विभिन्न प्रकार के
पदार्थ, जैसे तेल, पेक्टिन, सिट्रिक अम्ल, स्कवाश तथा सार आदि तैयार किए जाते हैं
।
नीबू के औषधीय गुण:
सौंदर्य निखार के लिए: नारियल के तेल में नीबू का रस मिलाकर
रात में सिर में हल्के हाथ से, एक हफते तक रोजाना मालिश कर, सुबह धोने से बालों की
खुश्की दूर हो जाती है । रोज सिर धाने के पानी में दो नीबू निचोड़कर एक हफते तक लगातार
प्रयोग करने से बाल मुलायम होते हैं, उनका झड़ना कम होता है और खुश्की या रूसी कम
होती है । नारियल के तेल में नीबू का रस और कपूर लगाकर सिर की मालिश करने
से बालों के रोग खत्म हो जाते हैं । नीबू
के छिलके एवं रस को चेहरे पर धीरे धीरे 3-5 मिनट तक मसाज लगातार 15 दिन करने से
चेहरे का रंग साफ हो जाता है । नीबू का रस एवं गुलाब जल बराबर मात्रा में मिलाकर
चहरे पर लगाने से चेहरा बेदाग, त्वचा कोमल व स्वच्छ हो जाता है । नीबू कर रस एवं
तुलसी की पत्तियों का मिश्रण चेहरे पर झाइयों के निशान मिटा देता है ।
1. शक्तिवर्धक:
उबलते हुये एक गिलास पानी में एक नीबू निचोड़ कर नित्य पीने से शरीर मंे स्फूर्ती
आती है, नेत्र ज्योति बढ़ती है, मानसिक दुर्बलता दूर होती है, व सिर दर्द दूर होता
है । अधिक काम करने से होने से थकान दूर होती है । चाहें तो नीबू में शहद मिलाकर
भी पी सकते हैं पर अधिक मीठा या अधिक नमक दोनों ही स्वास्थ के लिए हानिकारक है ।
पानी मंे बार-बार नीबू का रस मिलाकर पीने से शरीर के वज्र्य पदार्थ बाहर निकल जाते
हैं ।
2. यदि पेट में
कीड़े हो गये जों तो नीबू के बीजों को पीस कर चूर्ण बना लें और पानी के साथ ले लें
साथ ही खाली पेट नीबू पानी भी पीयें ।
3. यदि नाखून ना
बढ़ते हों तो गरम पानी में नीबू निचोड़ कर उसमें 5 मिनट तक नाखूनों को डुबोयें, फिर
तुरन्त ही हाथ ठंडे पानी में डाल लें ऐसा कुछ दिन लगातार करें इससे नाखून बढ़ने
लगेंगे । नाखूनों पर नीबू का रस लगाने से वह मजबूत व सुन्दर बने रहते हैं ।
4. दस्त हो जाने
पर आधा गिलास पानी मंे आधा नीबू निचोड़ कर दिन में तीन या चार बार पीयें या एक या
नीबू का रस निचोड़ कर उसमें दो या चार चम्मच चीनी मिलाकर आधा-आधा चम्मच दिन में
दो-दो घंटे बाद ले लें, दस्त रूक जायेंगे । यदि खूनी बवासीर हो या खूनी दस्त हो
रहे हों तो एक कम गरम दूध में आधा नीबू निचोड़ कर तुरन्त पी जायें, रक्त स्त्राव
रूक जायेगा । इस प्रयोग को दो बार से अधिक न करें ।
5. नीबू के रस
को चेहरे पर मलने से कील मुंहासे, झाइयां आदि दूर हो जाते हैं ।
6. चेहरे की
झुर्रियों को कम करने के लिये व चेहरे का रंग साफ करने के लिए नीबू के रस मंे शहद
बराबर मात्रा में मिलाकर रोज चेहरे पर लगायें व 15 मिनट बाद धो दें ऐसा कुछ समय
लगातार करें ।
7. मलाई में
नीबू मिलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरा मुलायम व दाग धब्बे रहित हो जाता है ।
8. नीबू व
नारियल या शुद्ध सरसों का तेल मिलाकर बालों की जड़ों में रात को मालिश करें व सुबह
धो दें । ऐसा सप्ताह में दो बार करें बाल गिरने बंछ हो जायेंगें ।
9. सिर में यदि
कहीं पर बाल गिर गये हों तो उस स्ािान पर नित्य सिर धोने से आधा घंटा पहले नीबू
मलें । बाल उग आएंगे । ऐसा एक या दो महीने तक लगातार करें ।
10. यदि बाल तेलीय
हैं तो पानी में एक नीबू निचोड़ कर सिर धोयें बाल चमकीले व सूखे रहेंगें ।
11. सुबह सुबह
खाली पेट 200 ग्राम गुनगुन जल में दो चम्मच नीबू का रस व एक चम्मच शहद डालकर पीने
से मोटापा दूर होता है ।
12. यूरिक
एसिड शरीर में बढ़ गया हो तो सुबह खाली पेट एक गिलास गरम पानी में नीबू व आधा चम्मच
अदरक का रस मिलाकर पियें । रोग अधिक बड़ा हुआ जोने पर दिन में दो बार भी इसेे ले
सकते हैं लाभ होगा ।
13. नीबू में हृदय
की कमजोरी दूर करने के विशेष गुण हैं । इसके निरंतर प्रयोग से रक्त वाहिनियों में
लचक व कोमलता आ जाती है और इनकी कठोरता दूर हो जाती है । कैसा भी ब्लड प्रैशर हो
नीबू का रस पानी में मिलाकर दिन में कई बार पीने से शीघ्र लाभ होगा ।
14. दमा का दौरा
पड़ने पर गरम पानी में नीबू का रस मिलाकर पीने से लाभ होता है । दमा के रोगों को
नित्य प्रातः एक गिलास गरम पानी में एक नीबू दो चम्चम शहद व एक चम्मच अदकर का रस
लगाकर पीते रहने से बहुत लाभ होता है । यह हृदय रोग, ब्लडप्रेशर पाचन संस्थान के
रोग व उत्तम स्वास्थ्य के लिये लाभदायक है ।
15. धूप से त्वचा
झुलस जाने पर 10 ग्राम नीबू के रस में 10 ग्राम मूली का रस व 10 ग्राम दही मिलाकर
लगायें, फिर 20 मिनट बाद धो दें ।
16. यदि मच्छर के
काटने पर दर्द होता हो तो नीबू का रस लगायें, नीबू का रस नमक के साथ मिलाकर मलने से
मकड़ी, पिस्सू , बर्र, व मधुमक्खी के काटे स्थान पर आराम होता है ।
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