मुनिया सफेद पुटठे वाली चिड़िया -
विलुप्त प्रजाति
मुनिया वास्तव में गौरेया की
नजदीकी रिश्तेदार है । यह उष्ण कटिबंधीय एशिया और इसके कुछ आसपास के द्वीपों की
मूल निवासी है । सफेद पुटठेवाली मुनिया
लगभग 10-11 से. मी. लम्बी होती है । इसकी चैंच ग्रे रंग की छोटी व मोटी होती है और
इसकी पूंछ नुकीली तथा काले रंग की होती है । इस प्रजाति के वयस्क पक्षी ऊपर और
छाती के हिस्से पर भूरे होते हैं और नीचे की ओर हल्के रंग के होते हैं । इनके
पुटठे का रंग सफेद होता है । नर पक्षियों का सिर और चैंच मादा की तुलना में अधिक
भारी होता है ।
मुनिया की प्रजातियां
1. लाॅनचुरास्ट्रिएटा एक्यूटिकयडा
2. लाॅनचुरा (स्ट्रिएटा) डोमिस्टिका
3. लाॅनचुरा स्ट्रिएटा सेमिस्ट्रीएटा
4. लाॅनचुरा स्ट्रिएटा एक्वामिकोल्लिस
5. लाॅनचुरा स्ट्रिएटा स्ट्रिएटा
मुनिया की प्रजातियों में
मेगागास्कर मुनिया, अफ्रीकी मुनिया, भारतीय -सफेद गला मुनिया, ग्रे मुनिया, कांस्य
मुनिया, काले और सफेद रंग की मुनिया, ब्राउन मुनिया, अधेला मुनिया, सफेद रम्पड मुनिया, यावान मुनिया और मलिन
मुनिया सन्दिर्भित हैं ।
1. सफेद पुटठे वाली मुनिया - एक
सामान्य आवासी नस्ल है जो एशिया, चीन, सुमात्रा के खुले वन्य प्रदेशों हरे घास के
मैदानों और झाड़ियों मंे दिखती है । यह एक मिलनसार पक्षी है । जो भोजन के लिए
मुख्यतः बीजों पर निर्भर करती है । इनका
घोंसला एक बड़ा गुम्बदनुमा घास का ढ़ाचा होता है
जिसमें वह 3-8 सफेद अण्डे देती है । आई यू सी एन द्वारा लुप्त प्राय
प्राजाति को नहीं रखा है । इन्दौर के शिवाजी मार्केट से जब्त की गई मुनिया प्रजाति की चिड़िया जो कि प्रति जोड़ 1000 रूपये
कीमत में बेची जानी थी यह उत्तर भारत में पाई जाने वाली दुर्लभ प्रजाति की चिड़िया
मुनिया । मुनिया उछल कूद से वह देखते ही बनती है । हर कोई उसके चहल, बाल और आवाज
का दीवाना है । भारत, श्रीलंका, नेपाल , बंगलादेश और म्यांमा में मिलती है । मीठी
मीठी आवाज से मन को मदमस्त करने लग जाती है । मुनिया की चहक बहुत प्यारी है इसका
पसंजिदा घौंसला नहरों के किनारे वाले इलाके में होता है । बड़ी सफाई से यह नर व
मादा अपना घौंसला बनाते हैं । जुलाई से अक्टूबर माह तक यह 4 से 8 सफेद रंग के
अण्डे देती है ।
2. लाल मुनिया - स्ट्राबेरी चिड़िया
-यह उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों और घास के मैदानों में पायी जाती है । इसकी गोल काली
पूंछ और बिल होती है । लाल शरीर और पंख पंख पर सफेद धब्बे होते हैं । ये बंगलादेश,
भारत, श्रीलंका, नेपाल और पाकिस्तान में पाई जाती हैं । ये गोलाकार घास के ब्लेड
से अपना घौंसला बनाकर उसमें 5 से 6 अण्डे देती है ।
3. काले सिर मुनिया - अखरोट मुनिया
- यह एक छोटी सी गौरेया पक्षी है । यह एक यूथचारी पक्षी है अनाज और बीज इसका आहार
होता है । खुले चरागाह और खेतों में घौंसला बनाकर 4-7 सफेद अण्डे देती है । इनकी लम्बाई लगभग 11 से 12 से.मी. होती है ।
नीला बिल, काला सिर, भूरे रंग का शरीर, पीठ के निचले हिस्से पर एक इंट लाल पेंच
होता है । मादा और नर एक समान दिखते हैं ।
4. दरिद्र छाती मुनिया - यह एक
11-12 से.मी. लम्बी, जिसकी एक ठूंठदार बिल भूरे रंग की भीतरी भाग और गहरे भूरे रंग
का सिर होता है । नर के गले मंे गहरा रंग होता है । अवयस्क मुनिया पीले भूरे रंग
की होती है । ये आमतौर पर पानी और घास के
मैदानों वाले इलाके और हिमालय की तलहटी में पायी जाती है । यह एक छोटा यूथचारी
पक्षी है जो बीज पर मुख्यतय आधारित होता है । ये बरसात के मौसम में प्रजनन करते
हैं । ये पेड़ की पत्तियों से एक गुबंददार संरचना, ढीला घास का घांेसला बनाते हैं ।
जिसमे 4-6 अण्डे देते हैं । दोनों नर और मादा मिलकर अण्डे सेते हैं जिनसे लगभग 10
से 16 दिनों में नन्हें बच्चे निकल आते हैं ।
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