गुुलदाऊदी के रंग-बिरंगे फूल
गुुलदाऊदी ( क्राइसेनथीमम) एक
बारहमासी सजावटी फूलों का पौधा है । ग्रीक भाषा में इसे क्राइसैथमम जिसका अर्थ
स्वर्णपुष्प है । गुुलदाऊदी संसार के सबसे प्रसिद्ध एवं शरद ऋतु में फूलने वाले
पौधों में से है । इसका मूल स्थान चीन है । जो यूरोप, अमरीका, अफ्रीका तथा एशिया
महाद्वीपों में मुख्य रूप से उगाया जाता है । गुुलदाऊदी जिसे सेवंती भी कहते हैं
गुलाब के बाद सबसे आकर्षक और मनोहारी फूल है क्राइसेनथीमम की विशेषता है कि बगिया
में उस समय बहार आती है जब कोई अन्य फूल नहीं होते हैं ।
गुुलदाऊदी मुख्यतः 3 प्रकार की
होती है पहली बड़ी, दूसरी छोटी और तीसरी मिनी । बड़ी प्रजाति में करीब 13 आकार के
फूल आते हैं जैसे स्पाइडर, टयूबलर, रेलेक्स,
इनकर्व, डेकोरेटिव आदि । छोटी गुुलदाउदी प्रजाति में 6-7 प्रकार आकार के
फूल आते हैं जैसे एनीमीनए पाॅम्पन,स्प्रे, कोरियन और नो पिच नो स्टेक आदि और मिनी
में भी कई आकार के फूल आते है जैसे काॅटन बाल, बीरबल साहनी, अप्सरा, स्वीट
ंिसंगार, जयंती , ननाको , रतन आदि । गुुलदाऊदी की प्रजातियों में 1.
बिना डंडे वाली जातियां या माला बनाने हेतु - बग्गी, बसंती, शांति, इंदिरा, राखी,
रेड-गोल्ड, बीरबल साहनी, बसंतिका, शरद-माला, मीरा और जया । 2. डंडे वाली जातियां
या गुलदस्ते हेतु - अप्सरा, बीरबल साहनी, जयंती, जुबली, कुंदन, पूर्णिमा मेघामी,
रायट, आर्कटिका, चार्लिया । गुुलदाऊदी या सेवंती के फूल के
औषधीय गुण - गुुलदाऊदी या सेवंती के फूल बहुत सुन्दर होते हैं । इससे घर का
वातावरण भी अच्छा होता है । घर मंे इसके दो तीन पत्तों पर देशी लगाकर कच्चे कोयले
पर जलाएं तो नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है । हृदय रोग के लिए गर्म पानी में इसकी
पत्तियों को डालकर दो मिनट बाद निकाल लें फिर पानी को पीयंे । मासिक धर्म अनियमित
हो या दर्द रहता हो तो इसके फूल व पत्तियों का काढ़ा पीयें । पेट दर्द होने पर इसके
फूलों का रस शहद या पानी के साथ लें । पथरी होने पर इसके फूलों को सुखाकर उसकी चाय
पीयें । गुुलदाऊदी के फूलों का उपयोग चूर्ण अथवा अर्क के रूप मंे किया जाता है ।
गुुलदाऊदी फूूल में पाईथ्रोम का कीटनाशक गुण होता है छाया मंे सुखाए हुए फूलों से
कीटनाशक अंश अधिक प्राप्त होता है । गुुलदाऊदी के फूलों की चाय रात मंे खाना खाने
के बाद पीने से हाजमा दुरूस्त होता है । गुुलदाऊदी के रंगबिरंगे फूल शीत ऋतु को खुशनुमा । गुुलदाऊदी
के पौधों पर भिन्नभिन्न रंगों के फूल खिलते हैं इसे ‘‘सुनहरा फूल’’ की संज्ञा दी
है । गुुलदाऊदी के फूल घर की सजावट में चारचांद लगाते हैं इस की सफेद, पीली,
बसंती, गुलाबी, बैगनी आदि रंगों की किस्मंे विकसित की गई हैं । गुुलदाऊदी के फूलों
उनकी पंखुड़ी की आकृति व आकार पर निर्भर होता है जैसे गुथे हुए गोल गंेदनुमा फूल को
‘‘ इनकव्र्ड’’, आधा खुला गोल फूल को इंटरमीडिएट, बाहर की ओर बिखरी पंखुड़ी वाले को
रिलैक्स्ड, तंतुनुमा सूर्यकिरणों जैसे फूल को स्पून कहते हैं । छोटे फूलों वाली
किस्में एनीमोन, कोरियन पोम्पान, वटन आदि भी पाई जाती है ।
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