Saturday, 21 June 2014

कोकिला - मधुर आवाज की रानी (विलुप्त पक्षी )

कोकिला - मधुर आवाज की रानी (विलुप्त पक्षी )

कोकिला , रयुफस और आम कोकिला के रूप में जानी जाती है । एक छोटे आकार की गौरेया पक्षी जो चिड़िया परिवार है । यह अपनी शक्तिशाी और सुन्दर गीत के लिए जानी जाती है । इसकी आवाज एक उच्चतम गुणवत्ता प्रभाव रखती है और आनन्द का अनुभव होता है । भारत में न केवल देवी-देवताओं का पूजन किया जाता है बल्कि वृक्षों की पूजा और पशु पक्षियों की पूजा करने की परम्परा है । हिन्दुओं में गाय को माता के समान आदर दिया जाता है उसी की श्रेणी में कोकिला व्रत आता है इस दिन महिलाएं व्रत करने के बाद कोयल के दर्शन करने बाद ही या उसका स्वर कान में  पड़ने के बाद ही व्रत का समापन किया जाता है । आम कोकिला कवियों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतीक है । 















कोकिला पक्षी , रात गायिका, विश्व स्तर पर अपनी मधुर और जादुई आवाज के लिए प्रसिद्ध है और यह एक रोमांटिक पक्षी के रूप में मानी जाती है । अपनी खूबसूरत आवाज, रचनात्मक और सहज गायन के लिए , यह हमेशा विभिन्न कवियों ओर संगीतकारों के लिए प्रेरणा का एक स्त्रोत रही है । कोकिला एक सुबह / भोर में मधुर गीत गाने वाला पक्षी है । स्वच्छंदतावाद इन पक्षियों को रोमांटिक बनाता है ये सीटी बजा बजा कर अपने साथियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं । कोकिला इंग्लैंड में एक अंग्रेजी पक्षी के रूप मंे जाना जाता है । यह जंगल, पार्क और मैदानों में आम देखी जाती है । कोकिला पुर्तगाल, स्पेन, फारस, अरब, आॅस्ट्रिया, हंगरी और अफ्रीका देशों में भी मिलती है । 













यह  ईरान की राष्ट्रीय पक्षी है । कोकिला अलगाव पसंद करती है इनका मुख्य निवास घने जंगल और वुडलैंड्स हैं पर आजकल कोकिला मानव बस्तियों के पेड़ों में रहने आ गयी है । कोकिला फलों के बीजों और नटस , कीड़े आदि है । कोकिला की सम्मोहक और स्फूर्तिदायक आवाज किसी को भी उत्तेजित कर सकती है । दुर्भाग्य है कि कोकिला अन्य पक्षियों की तरह विलुप्त होने की कगार पर है । किसी का भी ध्यान इनकी घटती संख्या की ओर नहीं जा रहा है । मादा कोकिला पक्षी 5 से 6 अंडे देती है और उनका रंग गहरा जैतून की तरह होता है तथा अंडों से बच्चे निकलने में 11 से 12 दिन लग जाते हैं  




कोकिला को अक्सर भोर में जोर से गाना गाते हुए सुना जा सकता है । गर्मियों के मौसम में यह यूरोपीयन और एशियाई जंगलों में प्राकृतिक रूप से उत्प्रवासित करती है । सर्दियों में धोंसला बनाती है । कोकिला एक छोटी चिड़िया है जिसकी ऊंचाई 15 से 18 से.मी. होती है और व.जन लगभग 14 से 28 ग्राम होता है । तथा पंखों का रंग भूरा होता है तथा एक लाल तरफा पूंछ देखी जा सकती है । कोकिला की औसत आयु लगभग 2 वर्ष होती है । नर कोकिला रात में भी नियमित रूप से गाते पाये गए हैं । भोर में सूर्योदय से पहले मादा कोकिला अपना मधुर गायन गाती है । कोकिला की दो प्रजातियों में 1. आम कोकिला और 2. चिड़िया कोकिला है । आम कोकिला अपने असाधारण सुंदर गीत के लिए जानी जाती है । 









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