Sunday 15 June 2014

ध्रुवीय भालू (पोलार बीयर) - लुप्तप्राय प्रजाति

ध्रुवीय भालू (पोलार बीयर) - लुप्तप्राय प्रजाति 
ध्रुवीय भालू जिसका मूल निवास स्थान आर्कटिक सर्कल आर्कटिक महासागर उसके आसपास के समुद्र है । यह दुनिया का सबसे बड़ा स्थलीय  मांसभक्षी है । वयस्क भालू का शरीरिक भार 350 से 700 किलो होता है और लम्बाई 8-10 फुट होती है । वयस्क मादा का शरीरिक भार 150-250 किलोग्राम और लम्बाई 6-7.9 फुट होती है । ध्रुवीय भालू ;उर्सुस मैरिटिमसद्ध या समुद्र भालू जो कि भूरा भालू पूर्वजों से विकसित हुए हैं । मादा भालू 2 बच्चों को जन्म देती है और ये भालू के बच्चे माता के साथ 2 से 2.5 साल तक साथ रहते हैं ताकि आर्कटिक वातावरण के कठोर वातावरण में जीवत रहना सीख सकें । ध्रुवीय भालू की काली त्वचा के नीचे 4-5 इंच की मोटी वसा की परत होती है जो शरीर के गर्मी को बाहर जाने से रोकती है । वयस्क ध्रुवीय भालू जब दौड़ते हैं तो उनका शरीर गर्म हो जाता है । ध्रुवीय भालू की त्वचा के नीचे पर्यात वसा की लेयर नहीं होने से वे ठंडे पानी में नहीं जाते हैं । ध्रुवीय भालू के खोखले बाल जो कि आॅप्टिक फाइबर ट्यब की तरह काम करते हैं प्रकाश से ऊर्जा काले रंग की त्वचा तक पहुंचाते हैं । 













ध्रुवीय भालू के पंजे आर्कटिक की भूमि पर चलने के लिए फिट होते हैं । ध्रुवीय भालू के पंजे 12 इंच एक्रास जिससे शरीर वण्जन पूरी तरह संतुलित रहता है । वे बर्फ की पतली परत पर पंजों एवं पैरो का विस्तार कर वण्जन को वितरित कर लेते हैं । ध्रुवीय भालू जब पानी में तैरते हैं तो सामने के पंजे पैडल की तरह और पीछे के पंजे रडडरस का काम करते हैं । ध्रुवीय भालू के पंजों के काले तलों में पेपिले होते है जो बर्फ में पकड़ बनाये रखते हैं और उसे फिसलने से बचाते हैं । पंजों की उंगलियों के बीच और फुटपेड पर बालों के गुच्छे उसे फिसलने से बचाते हैं । ध्रुवीय भालू बर्फ पर धीरे धीरे और सलीके से बर्फीली जमीन पर चलते हैं । ध्रुवीय भालू के मोटेए घुमावदारए तेज और मजबूत होते हैं । ध्रुवीय भालू शिकार पकड़ने के लिए अपने पंजों का उपयोग करते हैं । भालू के कान छोटे और गोल होते हैं और पूंछ गठीली छोटी पंूछ होती है जो शरीर की गर्मी को सुरक्षित रखने में सहायक होती है । 











ध्रुवीय भालू   ऐपस की तरह ही काफी बुद्धिमान होते है जो सील के शिकार में सहायक होता है । ध्रुवीय भालू बर्फ के ब्लाॅकों को तोड़कर उसमें फंसी मछली को निकालने की क्षमता रखते हैं । ध्रुवीय भालू की रोमन नाकए लंबा और पतला शरीर जिसमें पतली गर्दन शिकार को पकड़ने में सहायक होती है । ध्रुवीय भालू में तेज सूंघन ए तेज दृष्टि और तेज सुनने की शक्ति होती है । इनके कैनाइन दांत ;चीक टीथद्ध काफी तेज होते हैं जो शिकार पकड़ने और मांस खाने में सहायक होते हैं । ध्रुवीय भालू का मुख्य भोजन और शिकार चक्राकार सील मछली होती है वे उस पर उस समय झपटे हैं जब वे सांस लेने के लिए पानी की सतह पर आती हैं । ध्रुवीय भालू इसके अलावा वनस्पतिए कलहंस और पक्षियों के अंडे होते हैं । ध्रुवीय भालू के चलने की रफतार लगभग 5.6 किलोमीटर प्रति घंटे होती है और वे धीमी और परिश्रमी चाल के लिए प्रसिद्ध हैं ।










ध्रुवीय भालू बाडी लेंग्वेज और बोल कर संवाद करते हैं । ध्रुवीय भालू 7 से 8 घंटे सोते हैं और साथ ही झपकी भी लेते रहते हैं । बसंत और गर्मियों के मौसम में वे दिन में सोते हैं और रात को अधिक सक्रिय हो जाते हैं । ध्रुवीय भालू कहीं भी और कभी भी झपकी ले लेते हैं और विशेषकर शिकार खाने के बाद जो ऊर्जा संरक्षण में सहायक होती है । सर्दियों के मौसम में भालू बर्फ में उथला गड्ढ़ा करके पीठ हवा की तरफ करके सोते हैं । ध्रुवीय भालू की जीवनकाल लगभग 15-18 साल का होता है पर देखा गया है कि चिड़ियाघर में वे ज्यादा साल लगभग 42 साल तक जीवित रहते हैं । मादा भालू अप्रैल से मई तक संभोग करती है तथा एक बार में दो बच्चों को जन्म देती हैं जो 12-14 इंच लंबे और वण्जन में आधा किलो के होते हैं । ध्रुवीय भालू का जीवन चक्र समुद्री बर्फ से जुड़ा होता है इसके बिना वे जीवित नहीं रह सकते । 













ध्रुवीय भालू बहुत अच्छे तैराक और गोताखोर होते हैं । ध्रुवीय भालू का संरक्षण बहुत जरूरी है उसे मनुष्य के शिकार होने से बचाना हैए जलवायु परिवर्तन से भालू अपनी कई जरूरी आदतें भूल जाता है । वैज्ञानिको का कहना है कि ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन कम करना होगा ताकि आर्कटका बचा रहे । ग्लोबल वार्मिंग ने पूरे संसार को प्रभावित किया है तो आर्कटिक कैसे बच सकता है । ग्लोबल वार्मिंग के कुछ मुख्य कारणों में तेल और कोयले के जलने से जीएच जी के स्तर में बढोत्तरी होना है जो कि वातावरण के तापमान में वृद्धि करता है । पेड़ों की कटाई से कार्बन डाइआॅक्साइड बढ़ रही है जिससे गर्मी बढ़ रही है जो कि ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ाता है और ध्रुवीय भालू के लिए एक बहुत बड़ा खतरा है । अगर हमें ध्रुवीय भालू बचाना है तो ग्रीन हाउस गैस के स्तर को कम करना होगा । ध्रुवीय भालू के विलुप्त होने के लिए मनुष्य ही अधिक जिम्मेदार है चाहे वे जलवायु परिवर्तन की वजह से ही हो ।  आइऐ कसम खायें हम ध्रुवीय भालू के संरक्षण के लिए जो बन पड़ेगा जरूर करेंगें ।










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