Wednesday 4 June 2014

चमगादड़ : (Bat) - विलुप्ति की कगार पर

चमगादड़   :   (Bat) - विलुप्ति की कगार पर

चमगादड़ आकाश में उड़ने वाला एक स्तनधारी प्राणी है । ये पूर्ण रूप से निशाचर होते है और पेड़ों की डाली अथवा अंधेरी गुफाओं के अन्दर उल्टा लटके रहते हैं । चमगादड़ दो प्रकार के होते हैं 1. फल भक्षी - बड़े चमगादड़ होते हैं जो देख कर और सूंघ कर अपना भोजन ढूंढते हैं । 2. कीट भक्षी - छोटे चमगादड़ है जो प्रतिध्वनि द्वारा स्थिति निर्धारण विधि के द्वारा अपना भोजन तलाशते हैं । चमगादड़ एक ऐसा स्तनधारी है जो उड़ सकता है तथा रात में भी उड़ सकता है । इसके अग्रबाहु पंख में परिवर्तित हो गये हैं जो देखने में झिल्ली ( पोटाजियम) के समान लगते हैं । त्वचा की यह झिल्ली गरदन से लेकर हाथ की अॅंगुलियों तथा शरीर के पाश्र्वभाग से होती हुई पूंछ तक चली जाती है एवं पंखं का निर्माण करती है पिछली टांगें पतली, छोटी और नखयुक्त होती है । सिर के दोनों ओर बड़े बड़े कर्ण पल्लव पाये जाते हैं । चमगादड़ उल्टे लटकते है क्योंकि उल्टे लटके रहने से वे बड़ी आसानी से उड़ान भर सकते है। चमगादड़ के पैर इतने छोटे और अविकसित होते हैं  िकवे दौड़ कर गति नहीं पकड़ पाते हैं इसलिए पक्षियों की तरह वे जमीन से उड़ान नहीं भर पाते हैं ।
आमतौर पर चमगादड़ों का नाम आते ही मन में अशुभ आशंकाएं उभरने लगती हैं । बिहार के ऐतिहासिक वैशाली गढ़ में चमगादड़ों की न केवल पूजा होती है बल्कि लोग मानते है कि चमगादड़ उनकी रक्षा भी करते हैं ।  ‘‘ चमगादड़ है तो कभी नहीं होगी धन की कमी ’’ वैज्ञानिकों का भी कहना है कि चमगादड़ों के शरीर से जो गंध निकलती है वह उन विषाणुओं को नष्ट कर देती है जो मनुष्य के शरीर के लिए नुकसान देह माने जाते हैं । नर चमगादड़ पशु पक्षियों की दुनिया में सबसे रूमानी गायक होते हैं । वे मादा चमगादड़ का अपनी ओर आकर्षित करने के लिए खास तरह का स्वर निकलते हैं । प्राचीन भारतीय मान्यताओं के मुताबिक चमगादड़ की घर में मौजूदगी अशुभ समक्षी जाती है क्योंकि चमगादड़ वीरान या उजड़े हुए स्थानों पर ही पाये जाते हैं ।  फैग्न्सुई मान्यता - इस खौफनाक जानवर के कुछ सकारात्मक पहलू यह है कि सुख और समृद्धि तो लाता ही है आपको दीर्घायु भी बनाता है । 1. लंबी आयु के लिए - कछुए की आयु काफी लंबी होती है और पक्षियों में चमगादड़ दीर्घायु होती है । 2. कई बीमारियों से बचाए । 3. सौभाग्य समृद्धि बढ़ाए । गैजेट लकड़ी और धातु में उपलब्ध है । इसे आप लिविंग रूम यो ड्रांइग एरिया में स्थापित करें । चाँदनी से चमगादड़ डर जाते हैं लूनर फोबिया । पूजा के नाम पर इन चमगादड़ों की सुरक्षा - वन्य जीव संरक्षण अधिनियम - पर्यावरण संतुलन के लिए आवश्यक बहुत से जीव जहां विलुप्ति के कगार पर हैं ।
शकुन और अपशुकन:
रात में चमगादड़ सिर से टकराए तो व्यापार में हानि होती है ।
घर में चमगादड़ का बसेरा प्रेतवास का प्रतीक है इसे प्रेत वाहन भी कहते हैं । चमगादड़ में कृषि के आर्थिक महत्व - कीट भक्षी चमगादड़ रात में कीड़े के कई फसल और वन कीट सहित शिकार करते हैं ।
चमगादड़ एक अजीबो गरीब परिन्दा (विचित्र पक्षी ) है जो अंडे देने के बजाय बच्चे देता है । दाना भरने के बजाय दूध पिलाता है और बगैर परों के परवाज (उड़ता) करता है । एक चमगादड़ प्राकृतिक रूप से अपने जीवन काल में  लगभग 5-6 हजार कीड़े-मकोड़ों को खाता है । कृषि वैज्ञानिक के अनुसार चमगादड़ ऐसे कीड़े मकोड़ों और मक्खियों को खाते है जो फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं । पिशाच चमगादड़ - चमगादड़ जिसका खादय स्त्रौत खून होता है । इनकी 3 प्रजातियां होती है । 1. .आम पिशाच चमगादड़, 2. पैर पर बालों वाले चमगादड़, 3. सफेद पंखों वाला चमगादड़ पारिस्थ्तिकी और जीवन चक्र - ऐसी गुफाओं, पुराने कुओं, खोखले पेड़ों और इमारतों  जो पूरी तरह अंधेरे में होती हैं । आम पिशाच चमगादड़ गर्म खून वाले जानवरों पर हमला करते हैं । सफेद पंख वाले पक्षियों और बकरियों पर / एक पिशाच चमगादड़ जिसका वजन 40 ग्राम होता है वह 20 ग्राम खून  20 मिनट में चूस लेती है । पिशाच चमगादड़ रेबीज रोग का वाहक होता है तथा मनुष्यों को काटने पर रेबीज फैलने की सम्भावना होती है । आम पिशाच चमगादड़ रात के अंधेरे में गाय, घोड़ें, सूअर, मुर्गियों, पक्षियों, सरिसर्प और अन्य जंगली जानवरों  का खून पीते हैं । आम पिशाच चमगादड़ की लम्बाई 2.8 से 3.5 इंच, मध्यम आकार तथा शरीरिक भार 57 ग्राम होता है इनके फर नांरगी, लाल भूरे रंग के होते हैं । पंख लंबे और नुकीले होते हैं । बिना पूंछ के चमगादड़ रात में 250 मील तक उड़ सकते हैं वे 10000 फीट तक उंचाई पर 60 किलोमीटर / घंटे की गति से उड़ सकते हैं ।  प्रजनन - अप्रैल - मई, अक्टूबर - नवम्बर, मादा में गर्भकाल 7 महीने, मादा एक बार में एक बच्चे को जन्म देती है । जन्म के समय शरीर का भार 8 ग्राम होता है । बच्चा 4-5 महीने में मां से अलग होकर स्वतंत्र रहते हैं । यौन परिपक्वता की उम्र 9 से 10 महीने होती है ।










4 comments:

  1. Nayi jankariyan mili. Bahut achha laga.

    ReplyDelete
  2. चमगादड़ एकमात्र स्तनधारी प्राणी है जो आकाश में उड़ सकता है| चमगादड़ का घर में घुसना अशुभ माना गया है| चमगादड़ के घर में घुसने के साथ नकारात्मक शक्ति भी घर में आ जाती है

    ReplyDelete
  3. मेरे घर मे बार बार चमगादर का बच्चा आ जता हैं ये किस बात का संकेत हैं क्रप्या बताये


    ReplyDelete
    Replies
    1. संकेतों की मारे ठाट पहले यह देखो कि चमगादड़ कितने बचे हैं यह बिल्कुल लुप्त होने की कगार पर है इनको थोड़ी बचाने की कोशिश करें और अगर कुछ गलत होता तो मैंने तो गोरैया यानी sapprow मैंने तो काफी पालकर उड़ाई है और चमगादड़ bat.(small)को भी
      थैंक यू बाकी आप खुद समझदार है

      Delete